Rajesh Exports Success Story: हेलो दोस्तों आज हम फिर से आपके लिए एक ऐसी सक्सेस स्टोरी लेकर आए है। जिसे पड़ने के बाद आप भी अपना स्टार्टअप शुरू करने के बारे में सोचने के लिए मजबूर हो जायंगे। जैसा की आपको पता होगा आज कल हर व्यक्ति अपना बिजनस स्टार्ट कर रहा है। और आगे बढ़ रहा है। जिससे बिजनस आगे बढ़ने के साथ-साथ हमारा देश भी आगे बढ़ रहा है। और हमारे देश की GDP भी बढ़ रही है।
आज हम जिस स्टार्टअप की कहानी बताने जा रहे है। उस स्टार्टअप की शुरुआत मात्र 1,200 रुपये का लोन लेकर करी गई थी। और आज के समय उस स्टार्टअप की वेल्यू करोडो में है। यह स्टार्टअप कोई और नहीं बल्कि Rajesh Mehta के द्वारा शुरू किया गया Rajesh Exports है। जो आज के समय में एक करोडो की कंपनी में बदल चुका है।
राजेश मेहता
Rajesh Mehta भारत के एक बड़े और जाने माने बिजनस मैन है। इनके द्वारा 1,200 रुपये के लोन से शुरू की गई कंपनी आज 2.58 करोड़ की कंपनी बन गई है। और Rajesh Mehta आज के समय में Rajesh Exports के मालिक है। लेकिन यह सब करना आसान नहीं था। और इस कंपनी को 2.5 लाख करोड़ की कंपनी बनाने के लिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी और इसलिए उन्हें सोने का सौदागर के नाम से भी जाना जाता है।
स्टार्टअप का नाम | राजेश एक्सपोर्ट्स |
संस्थापक | राजेश मेहता |
जन्म तिथि | 20 जून 1964 |
जन्म स्थान | बैंगलोर, भारत |
आधिकारिक वेबसाइट | http://rajeshindia.com/ |
राजेश मेहता के शुरुवाती दिन
राजेश मेहता बचपन से डॉक्टर बनना चाहते थे। और डॉक्टर बनने का सपना देखते थे। लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था। वैसे तो राजेश मेहता के पिता जसवंतरी मेहता जी गुजरात के रहने वाले थे। लेकिन काम के लिए वह बेंगुलरू आ गए और आगे चलकर उन्होंने ज्वैलरी का बिजनेस शुरू किया।
जिसके बाद राजेश मेहता ने डॉक्टर ना बनकर अपने पिता के व्यवसाय को संभालने की सोची। राजेश मेहता ने 16 साल की उम्र से ही अपने पिता के बिजनेस में हाथ बटाना शुरू कर दिया। आगे चलकर राजेश मेहता जी ने अपने पिता के बिजनस को आगे बढ़ाने की सोची और ज्वैलरी को एक्सपोर्ट करने का काम शुरू किया।
1,200 रुपये के लोन से बना डाली 2.5 लाख करोड़ की कंपनी
राजेश मेहता ने ज्वैलरी एक्सपोट करने की सोच तो ली। लेकिन इसके लिए उनपर पैसे नहीं थे। जिसके लिए उन्हें लोन लेना पढ़ा लेकिन लोन मिलना आसान नहीं था। 1,200 रुपये का लोन लेने के लिए उन्होंने बैंक में काम करने वाले अपने भाई की मदद ली और 1,200 रुपये का लोन लिया। लोन मिलने के बाद साल 1982 में राजेश मेहता ने चाँदी को एक्सपोट करने का काम शुरू कर दिया।
शुरुआत में उन्होंने चेन्नई से सामान को खरीद कर राजकोट में बेचा। और फिर गुजरात में थोप विक्रेताओं को बेचा। जिसके बाद उन्होंने चाँदी की ज्वैलरी को खरीदकर बैंगलोर, चेन्नई और हैदराबाद जैसे कई बड़े शहरों में एक्सपोर्ट करना शुरू कर दिया और उनका बिजनस आगे बढ़ता गया।
चाँदी एक्सपोर्ट के 7 साल बाद राजेश मेहता ने सोने की ज्वैलरी को एक्सपोर्ट करना शुरू कर दिया। और आगे चलकर राजेश मेहता ने अपने सोने को यूरोप, अमेरिका, ओमान, कुवैत, दुबई, और यूनाइटेड किंगडम जैसे कई बड़े देशो में निर्यात भी किया। और Rajesh Exports को ऊंचाइयों तक पहुँचा दिया। जिस कंपनी की वेल्यू आज के समय में 2.58 करोड़ हो चुकी है।
स्टॉक मार्केट में भी लिस्ट हैं यह कंपनी
आपको बता दे यह कंपनी आज के समय में Stock Market में भी लिस्ट हैं। इस कंपनी को 1995 में लिस्ट किया गया था। जिसका आज के समय में एक शियर का प्राइस 345 रूपए है। और इसका मार्किट कैप 10,294.24 करोड़ है। Rajesh Exports कंपनी ने 2015 में स्विट्जरलैंड में स्थित सबसे बड़ी सोने की रिफाइनरी को खरीद लिया था।
यह रिफाइनरी हर साल 400 टन से ज्यादा सोने को निकाल सकती है। यह कंपनी अकेले ही दुनिया का 35% सोना प्रोसेस करती है। यह कंपनी दुनिया के कई देशो में सोने की ज्वैलरी को सप्लाई भी करती है। और अगर इस कंपनी के प्रॉफिट की बात करे तो इस कंपनी ने साल 2018 में 488.51 करोड़ का प्रॉफिट जनरेट किया था।