Uttarakhand Dehradun Guldar News: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से एक खबर निकलकर आई है। जिसमे देहरादून शहर के कुछ इलाको में गुलदार को देखा गया है। जिसकी खबर मिलते ही वन विभाग और पुलिस दोनों की टीमें हरकत में आ गई है। और पुलिस ने अपना काम शुरू भी कर दिया है। जिसमे राजपुर और रायपुर की पुलिस ने रात को देर तक सड़कों पर लाउडस्पीकर से स्थानीय लोगो को इलाके में गुलदार देखे जाने की खबर पुलिस को देने को कहा।
घरों में रहने की अपील | Uttarakhand Dehradun Guldar News
बता दे पिझले कुछ दिनों से देहरादून में गुलदार को देखे जाने की घटना बढ़ती जा रही है। जिसके कारण वन विभाग और पुलिस चौकन्ना हो गई है। और दिन ढलने के साथ शाम होते ही पुलिस और वन विभाग की टीमें गश्त लगाने निकल जाती है। देहरादून शहर की गलियों में घूमते हुए गुलदार को देखे जाने की खबर राजपुर के साथ साथ रायपुर के मयूर विहार से भी आई है।
जहां गुलदार को घूमते हुए देखा गया। जिसके बाद पुलिस ने स्थानीय लोगो को घरों से बहार नहीं जाने और घरो में ही रहने की अपील की। गुलदार के देहरादून की गलियों में देखे जाने की सूचना मिलने के बाद पुलिस के साथ साथ वन विभाग की टीमें भी रायपुर व राजपुर में गश्त लगा रही है। ताकि जल्द से जल्द गुलदार को पकड़ा जा सके।
गुलदार शाम होने का करता है इंतजार
जैसा की आप जानते ही है। की सर्दियों का मौसम चल रहा है। जिसमे की सर्दि और धुंध बढ़ने से गुलदार भी निडर हो गया है। जिसके कारण पिछले कई दिनों से गुलदार के हमले बढ़ते जा रहे है। जिसमे की पिछले 20 दिनों में कुछ की मृत्यु भी हो चुकी है। वन्यजीव की जानकारी रखने वाले व्यक्ति बताते है। की सर्दियों में जल्दी रौशनी कम हो जाती है। जिसका पूरा लाभ पहाड़ी क्षेत्रों में गुलदार उठाता है।
दिन छिपते ही शाम के समय पहाड़ी इलाको के गांव में आवाजाही काफी कम हो जाती है। जिससे गुलदार बिना किसी के डर के बेखौफ हो जाता है। और गांवों की सीमा में दाखिल हो जाता है। और गांव के लोगो और जानवरों को बिना किसी दिक्कत के अपना शिकार बना लेता है।
बढ़ रही है गुलदारों की संख्या
बताया जा रहा है। की उत्तराखंड के जंगलो में गुलदारों की संख्या धीरे धीरे बढ़ती जा रही है। जिसके कारण गुलदारों को शिकार करने के लिए दिन प्रतिदिन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। देहरादून के डीएफओ नितिशमणि त्रिपाठी ने बताया है। की सर्दियों में धुंध के कारण साफ नहीं दिखाई देता। जिसका फायदा गुलदार उठाता है। और दूसरे मौसम की अपेक्षा में ज्यादा निडर हो जाता है। साथ ही पहाड़ी इलाको में लोग सर्दियों के मौसम में बहार भी नहीं निकलते। जिससे गुलदार और भी बेखौफ होकर आसानी से शिकार कर लेता है।
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सर्दियों में गुलदार हो जाता है और ज्यादा खतरनाक
बताया जा रहा है की। वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. जीएस कुसारिया ने बताया है। की सर्दियों के मौसम में गुलदार के शिकार करने का समय बढ़ जाता है। और गुलदार ज्यादा समय तक शिकार करता है। जहा गर्मी में गुलदार शाम सात बजे से नौ बजे तक शिकार करता है। वही सर्दियों में गुलदार शाम 4 बजे से नौ बजे तक शिकार करता है। अधिक समय तक शिकार करने के कारण खतरा भी बढ़ जाता है। बताया जाता है। की गुलदार के सूंघने की शक्ति बहुत तेज होती है। जिससे गुलदार बकरी और बछड़े की जगह का पता सूंघकर लगा लेता है। और शिकार के समय यदि गांवों में कोई बच्चा खेलता हुआ दिख जाता है। तो गुलदार उस बच्चे पर हमला कर देता है।
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